कजाख्स्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज़्बेकिस्तान तक भारत की नजर, ईरान का चाबहार पोर्ट बनेगा माध्यम

जयशंकर ने कहा, 'यह चाबहार के विकास के लिए भारत की प्रतिबद्धता और इसे एक व्यवहार्य संपर्क विकल्प के रूप में विकसित करने के हमारे संकल्प को दर्शाता है.


नई दिल्ली: 


भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच कारगर जमीनी संपर्क (ओवरलैंड कनेक्टिविटी) के अभाव की ओर इशारा करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि दोनों क्षेत्रों को व्यापार और आर्थिक सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए उनके बीच हवाई गलियारे स्थापित करने की व्यवहार्यता की परख करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत ईरान में चाबहार बंदरगाह से गुजरने वाले मार्ग का उपयोग करके जमीनी संपर्क की इस कमी को दूर करने की योजना बना रहा है. भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) में भारत-मध्य एशिया व्यापार परिषद में अपने भाषण में जयशंकर ने कहा, ‘‘स्पष्ट रूप से, भारत और मध्य एशिया के बीच व्यापार और आर्थिक संपर्क बढ़ाने की एक बड़ी क्षमता मौजूद है. बेहतर जमीनी संपर्क की कमी चुनौती है. भारत चाबहार मार्ग के माध्यम से इस चुनौती को दूर करने का प्रस्ताव रखता है.



Popular posts
आर्थिक सर्वे करने गांव में गई थी टीम, NRC वाले समझकर गांववालों ने की हाथापाई
MS Dhoni के नाम पर रखा जाएगा रांची के JSCA स्टेडियम का नाम ? हुई मांग
चुल्लू भर पानी में डूब मरो असदउद्दीन ओवैसी,तुम्हारे हैदराबाद के पास स्कूटी का पंक्चर ठीक करने के बहाने महिला डॉक्टर से ज़ालिम शराबी मुसलमानो ने गैंगरेप कर मार डाला,और शव को 30 किमी दूर ले जाकर जला भी डाला, 4 को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया और तूम ख़ामोश हो अभी तक
Image
दिल्ली चुनाव का राष्ट्रीय राजनीति पर कोई असर पड़ेगा?