भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (Mahendra Singh Dhoni) के गृहराज्य रांची में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला खेला जा रहा है। यह मैच जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि इस स्टेडियम का नाम धौनी के नाम पर रख दिया जाना चाहिए।
भारतीय क्रिकेट के महानतम कप्तानों में शुमार धौनी ने विश्व क्रिकेट में भारत का डंका बजाया। धौनी की वजह से झारखंड का नाम विश्व क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हुआ। पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि धौनी की उपलब्धियों को देखते हुए रांची के क्रिकेट स्टेडियम का नाम महेंद्र सिंह धौनी स्टेडियम कर देना चाहिए।
धौनी के नाम पर रखा जाए स्टेडियम का नाम
गावस्कर ने रांची टेस्ट मैच के पहले दिन कॉमेंट्री करते हुए धौनी के विश्व क्रिकेट में हासिल की गई उपलब्धियों का बखान किया। उन्होंने कहा "इस स्टेडियम में महेंद्र सिंह धौनी के नाम पर पवेलियन है लेकिन इस स्टेडियम का नाम ही महेंद्र सिंह धौनी के नाम पर रखा जाना चाहिए। रांची का नाम क्रिकेट के नक्शे पर अंकित धौनी की वजह से अंकित हुआ है और इसी वजह से स्टेडियम को धौनी का नाम दिया जाना चाहिए।"
आईसीसी के तीन खिताब जीतने वाले धौनी अकेले कप्तान
महेंद्र सिंह धौनी ने भारतीय टीम को आईसीसी के तीन अहम टूर्नामेंट का खिताब अपनी कप्तानी में दिलाया है। साल 2007 में आईसीसी टी20 विश्व कप, 2011 में आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप और साल 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भारत ने धौनी की कप्तानी में ही जीता था। धौनी दुनिया के एक मात्र कप्तान हैं जिन्होंने तीनों आईसीसी ट्रॉफी पर कब्जा जमाया है।
विश्व कप के बाद मैदान पर नहीं उतरे हैं धौनी
इंग्लैंड और वेल्स में खेले गए आईसीसी विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मुकाबले में आखिरी बार महेंद्र सिंह धौनी खेलते नजर आए थे। इसके बाद से धौनी लगातार क्रिकेट के मैदान से दूर हैं। पहले वेस्टइंडीज और फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली गई सीरीज से धौनी ने बाहर रहने का फैसला लिया था।